भगवान शिव जी के 108 नाम है
शिवजी की कल्पना एक ऐसे देव के रूप में की जाती है जो कभी संहारक तो कभी पालक होते हैं। भस्म, नाग, मृग चर्म, रुद्राक्ष आदि भगवान शिव की वेष- भूषा व आभूषण हैं। इन्हें संहार का देव भी माना गया है। भगवान शिव, ज्योतिष शास्त्र व वारों (दिनों) के रचयिता भी हैं। भगवान शिव की उपासना मूर्ति व शिवलिंग रूप में की जाती है। ये शिव जी कुछ मन्त्रों की सूची है इन्हें पढने के लिए मंत्र पर क्लिक (click ) करे- 1. शिवताण्डवस्तोत्रम् - Shiv Tandav Stotram 2. श्री शिवापराधक्षमापणस्तोत्रम् - Shiv Aprdham ksamapana Stotram 3. श्री शिव मानसपूजा - Shri Shiv Manasa Puja 4. श्री शिव पंचाक्षर स्तोत्र - Shri Shiv Panchakshar Stotram 5. शिवजी की आरती - Shri Shiv Ji Ki Aarti 6. श्री शिव चालीसा (Shri Shiv Chalisa) शिव के कई रूप हैं, इन रूपों के नाम भी अलग-अलग हैं। शिवजी के विभिन्न नामों में से मुख्य 108 नाम निम्न हैं: । । भगवान शिव जी के 108 नाम है । । 1. शिव – कल्याण स्वरूप 2. महेश्वर – माया के अधीश्व