संदेश

stotra sangrh लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

संध्या पूजा विधी - Sandhya Puja Vidhi

चित्र
शरीर शुद्धि अपवित्रः पवित्रो वा सर्वावस्थां॓ गतो‌पिवा । यः स्मरेत् पुण्डरीकाक्षं स बाह्याभ्यन्तर श्शुचिः ॥ पुण्डरीकाक्ष ! पुण्डरीकाक्ष ! पुण्डरीकाक्षाय नमः । आचमनः ॐ आचम्य ॐ केशवाय स्वाहा ॐ नारायणाय स्वाहा ॐ माधवाय स्वाहा (इति त्रिराचम्य) ॐ गोविन्दाय नमः (पाणी मार्जयित्वा) ॐ विष्णवे नमः ॐ मधुसूदनाय नमः (ओष्ठौ मार्जयित्वा)  ॐ त्रिविक्रमाय नमः ॐ वामनाय नमः (शिरसि जलं प्रोक्ष्य)  ॐ श्रीधराय नमः  ॐ हृषीकेशाय नमः (वामहस्ते जलं प्रोक्ष्य)  ॐ पद्मनाभाय नमः (पादयोः जलं प्रोक्ष्य)  ॐ दामोदराय नमः (शिरसि जलं प्रोक्ष्य)  ॐ सङ्कर्षणाय नमः (अङ्गुलिभिश्चिबुकं जलं प्रोक्ष्य)  ॐ वासुदेवाय नमः  ॐ प्रद्युम्नाय नमः (नासिकां स्पृष्ट्वा)  ॐ अनिरुद्धाय नमः ॐ पुरुषोत्तमाय नमः  ॐ अधोक्षजाय नमः  ॐ नारसिंहाय नमः (नेत्रे श्रोत्रे च स्पृष्ट्वा)  ॐ अच्युताय नमः (नाभिं स्पृष्ट्वा)  ॐ जनार्धनाय नमः (हृदयं स्पृष्ट्वा)  ॐ उपेन्द्राय नमः (हस्तं शिरसि निक्षिप्य)  ॐ हरये नमः  ॐ श्रीकृष्णाय नमः (अंसौ स्पृष्ट्वा)  ॐ श्रीकृष्ण परब्रह्मणे नमो नमः (एतान